ఈ రోజు క్రియాగ్రాజ్ వార్తలు: प में में ज मह में स धु संत, यह की व लग लग क विषय बनी हुई हुई. पवित स के लिए पहुंच हे श स स संतों से भी ले हैं. यह सेक सेक सेक -20 में शंक म ग पु की पीठ के च स स स स भी भी भी भी र त हे हैं. शंक स स निश स अक अपने बय को लेक खियों हते.
एक ब फि शंक स निश निश स ने बय बय दिय है है, जिसमें कह कि कि अब अब संत नही एजेंट च जो उनक हो. उन कह कि सबके पू वज सन वैदिक य हिंदू थे औ ऐतिह तथ. यह तो विभ के ब क भ है.
हिंदू र के मुद प य?
हिंदी अखब नवभ ट को को दिए स क में निश निश स हिंदू हिंदू ट म को लेक लेक लेक यह यह यह यह यह यह कौन कौन हिंदू ट उन कह कि गुल म नबी आज भी स क चुके हैं हैं उनके वज पंडित. उन कह कि हिंदू र क लक य है, षित, स, सुसंस, शिक, सेव, सेव सम की है. स में में दूस लोगों के हितों को ध में खते हुए हुए के अस व व की ष क.
इस प हिंदू सन बो ड की की सव प धन धन के शंक स निश स ने कह कह ने लोगों कह लोगों. बो. ” उन सिय दलों प कट ष क हुए हुए हुए, “जो शंक य हैं अग क, बसप, भ प. ” स निश ने सव सव किय कि अग शंक अपन क क क लगें तो बो ड की की है है है? यह तो सि औ सि न म कम ब.
‘ब के ूप में च एजेंट’
शंक य स निश स स ने ने, “जो लोग खुद शंक नहीं उन होंने प बन हैं.” . स निश ने ने कह कह, “एक व क न नहीं लूंग, जो की थी थी क के प प .
एनबीटी में छपी खब के मुत, जब शंक य व निश स ने ने मंदि मठों को को नियंत नियंत से मुक किए किए प प भी भी . स क क क उसकी व व क है.
‘अविद क त व तविक;
कई सेलिब के सीधे ध उप उप मिलने मह मंडलेश संन बन बन के प स व निश स स वती ने तीखी की की की की की. उन कह, “असल है तो नकल होग ही. अविद अविद क त ही ही व तविक संन है इसी लिए यह ब भेष हम क. “
स निश ने ने कह, ” क विषय नहीं बनते जबकि कोई पेट, पज व हो ज. “
गोव पीठ शंक य स निश चल स घटन घटन क जिक क हुए, ” घब हूं छोट बच ऐस प प देत है कि मे मे मे मे मे पढ़न-लिखन बेक हो ज. ” उन कह कि जब असली शंक य कोई तो तो उसके लिए भी भी द, विज व में स य स क बोलन ऐसे में नकलियों की क विस. बश लोग को भ के वशीभूत न.
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